अब तिरंगे झंडे को ससम्मान उतारने व रख रखाव को लेकर बरतें सावधानी

-हर घर तिरंगा अभियान के बाद तिरंगे के सम्मान में ना हो लापरवाही -तिरंगा फहराने के साथ झंडा उतारने, रखने के भी हैं नियम

अब तिरंगे झंडे को ससम्मान उतारने व रख रखाव को लेकर बरतें सावधानी

गुरुग्राम, 20 अगस्त (। जिस जोश और सम्मान के साथ हम सबने अपना राष्ट्रीय ध्वज हर घर तिरंगा
अभियान के तहत फहराया, अब उसे उतारने और सुरक्षित रखने की भी हमारी जिम्मेदारी है। फहराने की तरह उसे


उतारने के लिए भी नियम हैं, जिनको मानना हमारा कर्तव्य है। सरलह आजादी के जश्न के बाद अब जिम्मेदारी है
कि लोग राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करें और तिरंगे को फिर से ससम्मान रखा जाए।


अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा बताते हैं कि तिरंगे को समेटने के दौरान सबसे पहले तिरंगे को दो व्यक्ति
पकड़ेंगे। उसके बाद सबसे पहले हरे रंग वाली पट्टी को मोड़ा जाएगा। फिर केसरिया रंग की पट्टी को हरे रंग की


पट्टी पर समेटने के बाद दोनों व्यक्ति अपनी-अपनी ओर तिरंगे को फोल्ड करेंगे। ऐसा करने पर अशोक चक्र ऊपर


की ओर आ जाता है। इस तरह से तिरंगे को समेटना चाहिए। इसके अलावा कई संगठन झंडा वापस लेने की मुहिम
चला रहे हैं तो अगर आप ऐसा करना चाहें तो उन्हें भी दे सकते हैं।


यदि तिरंगा फट जाता है तो क्या करें
यदि तिरंगा फट जाता है तो उसका निस्तारण करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। तिरंगा फट जाता है तो उसको एक


लकड़ी के बॉक्स में पैक किया जाता है। इसके बाद तिरंगे को दफनाया जा सकता है या फिर अग्नि के हवाले किया
जाता है। दोनों ही स्थिति बिल्कुल शांत जगह पर करनी चाहिए। साथ ही दफनाने या अग्नि क्रिया करने के बाद


मौन रखा जाना अति आवश्यक होता है। इसे कचरादान या फिर अन्य जगहों पर ना फेकें। अगर आपको लगता है


कि आपका झंडा सही है और इसे दोबारा फहराया जा सकता है तो इसे अपने पास समेट कर रख लें।
तिरंगे से जुड़े कानूनी प्रावधान


कानून के अनुसार तिरंगे झंडे को उतारने के बाद समेट कर सुरक्षित स्थान पर रख दें। ये आपकी जिम्मेदारी है कि
आपके घर में या आस-पास झंडे का अपमान ना हो। अगर कोई झंडे का अपमान करते हुए उसका दुरुपयोग करते


हुए पाया जाता है तो तीन साल तक की जेल हो सकती है। तिरंगे को लेकर कड़े कानूनी प्रावधान हैं। राष्ट्रगान और
राष्ट्रीय ध्वज का यदि सम्मान नहीं किया जाता है तो यह दंडनीय अपराध है।

भारतीय कानून में ऐसे व्यक्ति के
खिलाफ कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। इसलिए हम सभी का कर्तव्य है कि राष्ट्र ध्वज का पूरा सम्मान करें।