भारत को 109 पर समेटने के बाद ऑस्ट्रेलिया की अच्छी शुरुआत

इंदौर, 01 मार्च । स्पिन की अनुकूल पिच का फायदा उठाते हुए बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहनेमैन ने अपने दूसरे ही टेस्ट में पांच विकेट चटकाए जिससे ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को यहां तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पहले ही दिन भारत को पहली पारी में 109 रन पर ढेर कर दिया।

भारत को 109 पर समेटने के बाद ऑस्ट्रेलिया की अच्छी शुरुआत

इंदौर, 01 मार्च ( स्पिन की अनुकूल पिच का फायदा उठाते हुए बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू
कुहनेमैन ने अपने दूसरे ही टेस्ट में पांच विकेट चटकाए जिससे ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को यहां तीसरे


क्रिकेट टेस्ट के पहले ही दिन भारत को पहली पारी में 109 रन पर ढेर कर दिया।


स्पिन की अनुकूल पिच पर आक्रामक रवैया अपनाने की रणनीति भारत पर भारी पड़ी और टॉस
जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरी टीम सिर्फ 33.2 ओवर में सिमट गई।

ऑस्ट्रेलिया ने चाय तक एक विकेट पर 71 रन बना लिए हैं। सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा 33
जबकि मार्नस लाबुशेन 16 रन बनाकर खेल रहे हैं। मेहमान टीम भारत के पहली पारी के स्कोर से


सिर्फ 38 रन पीछे है। टीम ने एकमात्र विकेट ट्रेविस हेड का गंवाया जिन्हें रविंद्र जडेजा ने पवेलियन
भेजा।


पहले दो टेस्ट की तरह पिच से स्पिनरों को काफी मदद मिलने की उम्मीद थी लेकिन होलकर


स्टेडियम की पिच पर पहले ही घंटे में गेंद ने काफी टर्न लिया और कुछ मौकों पर गेंद नीची भी रही
जो थोड़ा हैरानी भरा था।


भारत के लिए विराट कोहली 52 गेंद में 22 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि खराब फॉर्म से जूझ
रहे लोकेश राहुल के स्थान पर टीम में जगह बनाने वाले शुभमन गिल ने 21 रन की पारी खेली।


पहले सत्र में सात विकेट गंवाने के बाद भारत ने दूसरे सत्र में 25 रन जोड़कर अपने बाकी बचे तीन
विकेट भी गंवा दिए। कुहनेमैन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए


16 रन पर पांच विकेट चटकाए। ऑफ स्पिनर नॉथन लियोन ने 35 रन पर तीन विकेट चटकाकर
उनका अच्छा साथ निभाया।


उमेश यादव अगर 13 गेंद में दो छक्कों और एक चौके से 17 रन की पारी नहीं खेलते तो भारत को
100 रन के आंकड़े को पार करने के लिए भी जूझना पड़ता।


भारत ने भी उम्मीद के मुताबिक गेंदबाजी की शुरुआत अश्विन और जडेजा की जोड़ी से कराई।


जडेजा ने पारी के दूसरे ओवर में ही ट्रेविस हेड (09) को पगबाधा किया। मैदानी अंपायर ने उन्हें
आउट नहीं दिया था लेकिन डीआरएस लेने पर उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा।


लाबुशेन भी इसके बाद जडेजा की गेंद को विकेटों पर खेल गए लेकिन यह नोबॉल हो गई। लाबुशेन


ने इस जीवनदान का पूरा फायदा उठाया और ख्वाजा के साथ मिलकर चाय तक ऑस्ट्रेलिया को और
झटके नहीं लगने दिए।


इससे पहले भारत के तीन बल्लेबाज रोहित शर्मा (12), रविंद्र जडेजा (04) और श्रेयस अय्यर (00)
आक्रामक रवैया अपनाने की कोशिश में आउट हुए।


श्रृंखला में पहली बार टॉस जीतने के बाद भारतीय कप्तान रोहित ने उम्मीद के मुताबिक पहले
बल्लेबाजी करने का फैसला किया।


स्टार्क ने पहले ही ओवर में स्विंग होती गेंदों पर रोहित को परेशान किया। पहली ही गेंद ने रोहित के
बल्ले का हल्का किनारा लिया लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने डीआरएस नहीं लिया। तीन गेंद बाद स्टार्क की

अंदर आती गेंद रोहित के पैड पर लगी और इस बार भी ऑस्ट्रेलिया ने डीआरएस का सहारा नहीं
लिया जबकि रीप्ले में दिखा कि गेंद ऑफ स्टंप से टकराती।


ऑस्ट्रेलिया ने छठे ओवर में कुहनेमैन के रूप में स्पिनर को आजमाया और उन्होंने गेंद को तेजी से
टर्न कराया।

उनके ओवर की अंतिम गेंद को रोहित आगे बढ़कर खेलने के प्रयास में चूक गए और
विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने उन्हें स्टंप कर दिया।


कुहनेमैन ने इसके बाद गिल (21) को स्लिप में कप्तान स्टीव स्मिथ के हाथों कैच कराया।


चेतेश्वर पुजारा (01) सिर्फ चार गेंद खेलने के बाद लियोन की ऑफ साइड से तेजी से स्पिन होती
गेंद पर बोल्ड हो गए। गेंद थोड़ी नीची भी रही।


जडेजा लियोन की गेंद पर डीआरएस का सहारा लेकर पगबाधा से बचे लेकिन अगली ही गेंद को शॉर्ट


एक्सट्रा कवर पर कुहनेमैन के हाथों में खेल गए जिससे भारत का स्कोर चार विकेट पर 44 रन हो
गया।