अगले महीने से वेदों के जंगल में घूम सकेंगे लोग

नोएडा, सेक्टर-78 में बन रहे वेदवन पार्क का काम अप्रैल के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाएगा। ऐसे में अगले महीने से लोगों के लिए यह पार्क खुल जाएगा। मुख्यमंत्री इस पार्क का शुभारंभ करेंगे।

अगले महीने से वेदों के जंगल में घूम सकेंगे लोग

नोएडा,  सेक्टर-78 में बन रहे वेदवन पार्क का काम अप्रैल के पहले सप्ताह तक
पूरा हो जाएगा। ऐसे में अगले महीने से लोगों के लिए यह पार्क खुल जाएगा। मुख्यमंत्री इस पार्क का


शुभारंभ करेंगे। यहां पर लोगों को सभी वेदों की जानकारी मिलेगी। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया
कि 25 मार्च तक लेजर लाइट लग जाएगी। इसके अलावा करीब 300 मीटर हिस्से में घास लगाई


जानी हैं। पैदल पार पथ पर भी लाइट लगाने का काम जल्द शुरू हो जाएगा। सिविल का भी कुछ
काम बचा है। अधिकारियों ने दावा किया कि अगले 10-15 दिन में सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे।


भारतीय संस्कृति का आधार ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद को मानते हैं। युवा पीढ़ी को चारों
वेद की संपूर्ण जानकारी देने के लिए प्राधिकरण ने यह पार्क बना रहा है। यह पार्क 12 एकड़ में


बनाया जा रहा है। इस पर करीब 28 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यहां वेदों का जंगल बनाया

जाएगा। इनमें वेदों के आधार पर पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। इसमें अधिकतर औषधीय पौधे लगाए
जाएंगे। सभी चार वेद के बारे में जानकारी देने के लिए शिलापट लगाए जाएंगे।


प्राधिकरण अधिकारियों का दावा है कि यह दिल्ली-एनसीआर में ऐसा पार्क नहीं है, जो अनोखा साबित
होगा। इसमें प्रवेश निशुल्क रहेगा।

इस पार्क के कुछ किलोमीटर के दायरे में ही सेक्टर-74 से 79 के
बीच सेवन एक्स सोसाइटी हैं जिसमें लाखों लोग रहते हैं। ऐसे में चारों ओर सोसाइटी के बीच बनने


वाला यह पार्क अपने आप में अदभूत होगा। अभी तक की योजना के अनुसार 50 हजार झाड़ियां और
1250 आर्गेनिक पेड़-पौधे लगाए गए हैं। दीवार पर वेदों के बारे में लिखा जाएगा। म्यूजिकल फाउंटेन


में मंत्र, श्लोक के जरिए वेदों की जानकारी दी जाएगी। चार वेदों में जिन पेड़ पौधों का जिक्र है,
उनका आज धार्मिक मान्यताओं के साथ औषधि, यज्ञ, हवन व धार्मिक अनुष्ठान में प्रयोग किया


जाता है। इन्हें यहां पर ग्रीन हाउस के रूप में लगाए जाने के साथ-साथ इनके वनस्पतीय नाम भी
बताएं जाएंगे। इसमें कल्प वृक्ष, बेल, कदम्ब, कटहल, नीम, सेमुल, पलाश, अमलताश, गुगल,


कमंडल, रूद्राक्ष, मंदार, बरगद, गूलर, पीपल, आम, बकुला, केला, पारीजात, आंवला, अशोक, चंदन,
रीठा, सीता अशोक, साल, इमली, अर्जुन, बेर शामिल हैं।


सात ऋषियों के नाम पर बांटा गया : वेदवन प्राचीन ऋषियों और उनके द्वारा लिखे वेदों के ज्ञान पर
आधारित है।

पूरे पार्क को सात योग यानी सात ऋषियों के नाम पर बांटा गया है। इसमें भारद्वाज,
गौतम, ओत्र, विश्वामित्र और अगस्त्य शामिल हैं। प्रत्येक योग को सुंदर चित्रकारी, कहानियों को लेजर


शो और झरनों के रूप में दिखाया जाएगा। प्रदेश का यह पहला पार्क होगा, जिसे ऋषि-मुनियों को
समर्पित किया जाएगा।


लोगों के लिए मनोरंजन के विकल्प भी : लेजर शो के जरिए हर शाम को लोगों के लिए यादगार
बनाया जाएगा। पार्क में ओपन जिम, एम्फीथियेटर और खान-पान के लिए रेस्तरां की भी व्यवस्था


होगी। लोगों के घूमने के लिए पैदल पथ बनेगा। आज की नई पीढ़ी को पार्क के माध्यम से प्राचीन
ऋषियों के ज्ञान से अवगत कराया जाएगा। इसके लिए लाइब्रेरी भी खोली जाएगी।