किसानों पर दर्ज मुकदमों के विरोध में उतरे अधिवक्ता

ग्रेटर नोएडा, 20 जनवरी (। किसान नेता डॉ. रूपेश वर्मा समेत 25 किसानों पर मुकदमा दर्ज किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।

किसानों पर दर्ज मुकदमों के विरोध में उतरे अधिवक्ता

ग्रेटर नोएडा, 20 जनवरी (। किसान नेता डॉ. रूपेश वर्मा समेत 25 किसानों पर मुकदमा
दर्ज किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।

किसानों के समर्थन में राजनीतिक दल, किसान
संगठन और अधिवक्ता उतर आए हैं।

जिला बार एसोसिएशन ने शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर को
संबोधित ज्ञापन डीसीपी को सौंपा और किसानों पर दर्ज मुकदमों को रद्द करने की मांग की। इसके


अलावा किसान संगठन और राजनीतिक दलों ने भी मुकदमे को खत्म करने की मांग की।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में जबरन घुसकर बवाल करने के आरोप में सूरजपुर कोतवाली में डॉ. रूपेश


वर्मा समेत 25 किसानों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। किसानों पर दर्ज मुकदमे का विरोध शुरू
हो गया है।

किसान संगठन, राजनीतिक दल और अधिवक्ता विरोध में उतर आए हैं। जिला बार
एसोसिएशन के अध्यक्ष कालूराम चौधरी के नेतृत्व में वकीलों का एक पैनल शुक्रवार को डीसीपी सेंट्रल


नोएडा राम बदन सिंह से मिला। वकीलों ने डीसीपी को पूरे घटनाक्रम के बारे में अवगत कराया और


कहा कि डॉ. रूपेश वर्मा बार एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य हैं। ऐसे में बार एसोसिएशन को सूचना
दिए बिना एफआईआर दर्ज करने से अधिवक्ताओं में रोष है।

एसोसिएशन के सचिव नीरज तंवर ने पुलिस आयुक्त से मांग की है कि डॉ. रूपेश वर्मा के विरूद्ध
दर्ज एफआईआर को रद्द किया जाए।

वहीं, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष परमेंद्र भाटी ने कहा कि
प्राधिकरण अपने भ्रष्टाचार के मकसद से पुलिस का इस्तेमाल करना है। वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने कहा


कि संविधान प्रदत्त मूल अधिकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दबाने का प्रयास प्राधिकरण एवं पुलिस की
तरफ से किया गया है।

राजनीतिक दल और किसान संगठनों ने भी मुकदमे को खत्म कराने की मांग
की है।