भरतपुर में अवैध खनन में गहलोत सरकार के मंत्री की सीधी संलिप्तता : भाजपा

नई दिल्ली, 27 जुलाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन के लिए गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सरकार के मंत्री की इसमें सीधी संलिप्तता और अधिकारियों की मिलीभगत है।

भरतपुर में अवैध खनन में गहलोत सरकार के मंत्री की सीधी संलिप्तता : भाजपा

नई दिल्ली, 27 जुलाई (। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन के लिए


गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सरकार के मंत्री की इसमें सीधी संलिप्तता और अधिकारियों की
मिलीभगत है।


भरतपुर में स्वामी विजयदास के आत्मदाह के बाद भाजपा ने राज्यसभा सदस्य अरूण सिंह की अध्यक्षता में एक
फैक्ट कमेटी का गठन किया था। समिति ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी। कमेटी


में सिंह के अलावा सीकर से लोकसभा सदस्य स्वामी सुमेधानन्द सरस्वती, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद सत्यपाल सिंह
और राज्यसभा सदस्य बृजलाल को शामिल थे।

नड्डा को रिपोर्ट सौंपने के बाद भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अरूण सिंह ने कहा कि संत
विजयदास ने आत्मदाह करने से पहले राजस्थान सरकार को चेतावनी भी दी थी। लेकिन गहलोत सरकार कुछ नहीं


समझी। अपितु राजस्थान सरकार के मंत्री वहां जा जाकर साधुओं का मजाक उड़ाते थे। मामले की सत्यता की जांच
के लिए हम लोग वहां मान मंदिर ट्रस्ट में भी गए और कईं साधु संतों से भी मिले। उन्होंने कहा है कि यह पूरा


अवैध खनन राजस्थान सरकार के संरक्षण में हो रहा था, सरकार के मंत्री की इसमें सीधी संलिप्तता है, अधिकारियों
की मिलीभगत है।


सिंह ने कहा कि 20 जुलाई को स्वामी विजयदास ने आत्मदाह किया, 23 जुलाई को उनके प्राण नहीं रहे। 24
जुलाई को भाजपा द्वारा गठित यह उच्चस्तरीय कमेटी घटनास्थल पर गई। घटनास्थल पर जाने के बाद कमेटी ने


अपनी रिपोर्ट बनाई। वह रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी सौंपी।


उन्होंने कहा कि कमेटी ने घटनास्थल पर जाकर बहुत ही हृदय विदारक स्थिति देखी। लोगों के मन में राजस्थान
सरकार के प्रति बहुत गुस्सा और सरकार के रवैये के प्रति बहुत आक्रोश था। कनकाञ्चल और आदि बद्री पर्वत दोनों


ब्रज की 84 कोस परिक्रमा के अंदर आते हैं। इन पर्वतों के पास अवैध खनन हो रहा था। इससे पर्यावरण और


स्थानीय संस्कृति एवं धार्मिक स्थल को बहुत नुकसान पहुंचाया जा रहा था। इससे क्षुब्ध होकर संत विजयदास और
अन्य संत धरने पर बैठे । 551 दिन ये धरना चला, लेकिन उसके बाद भी खनन नहीं रुका।


सिंह ने कहा कि इस मामले में राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री से लेकर सब मंत्री मिले हुए थे। स्थानीय मंत्री


जाहिद खान के भी 2 पट्टे वहां थे। उन्होंने आगे कहा कि अवैध रूप से इतना पैसा कमाया जा रहा था कि
राजस्थान सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।