राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का केरल सीमा पर भव्य स्वागत

तिरुवनंतपुरम, 11 सितंबर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का रविवार को केरल की सीमा परासाला पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।

राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का केरल सीमा पर भव्य स्वागत

तिरुवनंतपुरम, 11 सितंबर ( कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का रविवार
को केरल की सीमा परासाला पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। केरल के वायनाड से सांसद राहुल


गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का स्वागत केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष और सांसद
के सुधाकरन, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन, एआईसीसी महासचिव तारिक


अनवर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला, पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी, डॉ शशि थरूर सांसद,
यूडीएफ संयोजक एमएम हसन, यात्रा राज्य समन्वयक कोडिक्कुन्निल सुरेश और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस


नेताओं ने किया। यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल मार्च पर आधारित है।


सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शनिवार की रात परसाला
के पास चेरुवरकोणम पहुंची। केरल में 11 से 29 सितंबर तक ‘मिले कदम, जुड़े वतन’ का नारा


लगाते हुए 19 दिवसीय यात्रा सात जिलों को पार करेगी और 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।


नेय्यत्तिनकारा पहुंचने पर श्री गांधी महात्मा गांधी के मित्र डॉ जी रामचंद्रन के घर ऊरुट्टुकला माधवी
मंदिरम जाने के लिए ब्रेक लेंगे और वह वहां गांधी संग्रहालय का दौरा करेंगे। बाद में, वह


नेय्यत्तिनकारा में बलरामपुरम के पारंपरिक बुनकरों के साथ बातचीत करेंगे। उसके बाद, पदयात्रा शाम
चार बजे नेय्यत्तिन्करा मूननुकलिनमुदु से सारांशित होगी और निमोम में दिन के लिए समाप्त होगी।


सोमवार को पदयात्रा नेमोम से कझक्कूट्टम तक फिर से शुरू होगी। मंगलवार को यह कझक्कूट्टम
से कल्लमम्बलम के लिए शुरू होगी। यात्रा 14 सितंबर को कोल्लम में प्रवेश करेगी और 17 सितंबर


को अलाप्पुझा पहुंचेगी। यह 21 सितंबर को एर्नाकुलम और 23 सितंबर को त्रिशूर में प्रवेश करेगी।
यात्रा 26 सितंबर को पलक्कड़ और 28 सितंबर को मलप्पुरम में प्रवेश करेगी। बाद में, यात्रा


तमिलनाडु के गुडल्लूर होते हुए कर्नाटक में प्रवेश करेगी। पदयात्रा में कांग्रेस के करीब 300 कार्यकर्ता


शामिल हैं। इस बीच, फिल्म निर्माता अदूर गोपालकृष्णन ने कहा है कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन
को केरल पहुंचने पर श्री गांधी का स्वागत करना चाहिए।