अखिलेश ने लगायी विश्वनाथ धाम में हाजिरी

वाराणसी, 10 फरवरी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को बनारसी अंदाज में नजर आए। सुबह काशी विश्वनाथ धाम में हाजिरी लगाई।

अखिलेश ने लगायी विश्वनाथ धाम में हाजिरी

वाराणसी, 10 फरवरी ( समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को
बनारसी अंदाज में नजर आए। सुबह काशी विश्वनाथ धाम में हाजिरी लगाई। इसके बाद काशी की


गलियों में घूम-घूम कर प्रसिद्ध बनारसी व्यंजनों जैसै कचौड़ी, मलइयो और चाट आदि का स्वाद
लिया। कचौड़ी-जलेबी का स्वाद चखने के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि कचौड़ी-सब्जी और जलेबी


बनाने वाले मऊ-आजमगढ़ के हैं। ये हमारे क्षेत्र से चुनकर निकले हैं और जो चुनकर निकलेगा वह


स्वाभाविक है अच्छा ही होगा। इसके बाद वो सारनाथ में आयोजित एक शादी समारोह में भाग लेने
पहुंचे। फिर वो एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए।


इससे पहले बीती शाम संकटमोचन मंदिर में दंडवत होने के बाद सपा अध्यक्ष अस्सी पर पप्पू की
चाय की अड़ी पर पहुंचे थे। नींबू की चाय का लुत्फ उठाते हुए अखिलेश यादव ने रेसिपी भी पूछी।


पप्पू ने बताया कि काला नमक, जीरा, नीबू के अलावा पानी खौलाते हैं और उसमें चीनी मिलाते हैं।
दुकान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो देखने के बाद सपा प्रमुख ने मजाकिया लहजे में पूछा कि


यहां समाजवादियों की फोटो नहीं लगाते हो? कोई बात नहीं आज आपके सांसद के फोटो के साथ


चाय पीते हैं। इस पर पप्पू ने कहा कि आप पहली बार आए हैं, अब आपकी भी फोटो लगेगी। सपा
कार्यकर्ता दुकान के बाहर खड़े होकर हर-हर महादेव का जयघोष कर रहे थे।


बलिया और गाजीपुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सपा के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव गुरुवार शाम वाराणसी पहुंचे थे। स्वागत में बाबतपुर से जवाहर नगर तक अलग-


अलग चौराहे व तिराहे पर ढोल नगाड़े बजाए गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष जवाहर नगर स्थित पार्टी के पूर्व
राष्ट्रीय सचिव स्व. प्रदीप बजाज के घर गए।

उन्हें श्रद्धांजलि दी और परिजनों से मिलकर ढांढस
बंधाया। फिर संकटमोचन मंदिर और अस्सी गए।


दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार सुबह अखिलेश यादव काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। विधि-विधान से बाबा
विश्वनाथ का षोडशोपचार पूजन कर सर्वमंगल की कामना की। इसके बाद परिसर से बाबा के शिखर


को निहारा और प्रणाम किया। काफी देर तक काशी विश्वनाथ परिसर में रहे और लोगों से मिलते
रहे। विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के बाद अखिलेश यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी


आदित्यनाथ की राह चलते हुए दिखाई दिए। वो वाराणसी की गलियों में घूमे और लोगों से मुलाकात
की। अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्वांचल में जिस तरह का विकास सपा चाहती थी कि बड़ी सड़कें


बने, बड़े अस्पताल बने, बिजली में सुधार आए और विवि-कॉलेज बने तो विकास दिखाई देगा तो
विकास इंफ्रास्ट्रक्चर का होगा तो पूड़ी-सब्जी और जलेबा भी बिकेगा।


कचौड़ी गली में सपा प्रमुख ने कचौड़ी, मलइयो, चाट, और अन्य मिठाइयों का आनंद लिया। इससे
पहले पैदल भ्रमण करते हुए अखिलेश यादव ने स्थानीय लोगों से हालचाल भी पूछा। सपा प्रमुख की

एक झलक पाने को लोग घरों की छत और बारजे पर जमे रहे। मीडिया से बातचीत करते हुए
अखिलेश यादव ने केंद्र और यूपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैंने बाबा


विश्वनाथ से वोट नहीं मांगा, भाजपा वाले वोट मांगते हैं। मैंने बाबा से मांगा कि जनता के लिए
अच्छा रास्ता खुले, क्योंकि हमारा देश दुनिया में बहुत पिछड़ रहा है।


अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से ज्यादा नकलची और झूठा कोई नहीं। उन्होंने कि
2024 में भाजपा की सरकार जाएगी। कहा कि एक अदाणी सब पर भारी है। चाहे आप के गलत


फैसले लेने के कारण दोस्त को बढ़ावा मिला हो लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में तो उनको दोस्त का
साथ देना चाहिए। इसी पर गाना बना है यह दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे। सपा अध्यक्ष ने कहा कि काशी


विश्वनाथ धाम कॉरिडोर की नींव जब रखी गई थी उस समय सपा की सरकार थी। सपा की कैबिनेट
ने विश्वनाथ धाम निर्माण को मंजूरी दी थी।

चाहे वह जमीन अधिग्रहण का मामला हो या फिर
निर्माण का। इनके केंद्रीय मंत्री के कहने पर मैंने ठेका दिया

और जो बिजली विश्वनाथ धाम में
भूमिगत दिख रही है वह समाजवादियों की देन है।


अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा से यही मेरी प्रार्थना है कि भाजपा वालों की बात झूठी ना निकले।
अगर उन्होंने 27 लाख करोड़ इन्वेस्टमेंट की बात कही है तो उनकी मनोकामना पूरी हो और पांच


लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट काशी में हो। पूर्व एलएलसी काशीनाथ सिंह की पुत्री के विवाह में आशिर्वाद
देने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को सारनाथ के मवइया स्थित लॉन पर पहुचे। दोपहर एक


बजे पहुंचे और करीब आधे घंटे बाद लॉन से रवाना हुए। लॉन के बाहर इस दौरान उत्साहित सपा
कार्यकर्ताओं मुलायम सिंह व अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाते रहे।