आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय बनीं दिल्ली नगर निगम की महापौर

नई दिल्ली, 22 फरवरी (दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के करीब ढाई महीने बाद महापौर चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की शैली ओबेरॉय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रेखा गुप्ता को हरा दिया।

आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय बनीं दिल्ली नगर निगम की महापौर

नई दिल्ली, 22 फरवरी ( दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के करीब ढाई महीने बाद
महापौर चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की शैली ओबेरॉय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की


रेखा गुप्ता को हरा दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने नतीजों को
दिल्लीवासियों की जीत करार दिया

और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘‘गुंडे’’ हार गए।
ओबेरॉय ने गुप्ता को 34 मतों के अंतर से हराया।


चुनाव में संख्या बल आप के पक्ष में था, जिसे कुल 274 मतों में से भाजपा के 113 मतों के
मुकाबले 150 मत मिले। दो मत निर्दलीय पार्षदों के थे। ओबेरॉय को उनकी पार्टी के हिसाब से सभी


मत मिले, जबकि भाजपा को अपनी कुल संख्या के मुकाबले तीन मत अधिक मिले। निर्वाचक मंडल
में निर्वाचित पार्षदों के 250 वोट, भाजपा के सात लोकसभा सदस्य और दिल्ली से आप के तीन


राज्यसभा सदस्य और 14 विधायकों के वोट शामिल थे। विधायकों में आप के 13 और भाजपा के
एक विधायक के वोट थे।


एमसीडी सदन में कांग्रेस के नौ पार्षद हैं। चुनाव परिणाम घोषित करते हुए पीठासीन अधिकारी एवं
भाजपा पार्षद सत्या शर्मा ने मतदान प्रक्रिया से अनुपस्थित रहने वाले आठ पार्षदों के नामों की


घोषणा की। ये सभी पार्षद कांग्रेस के थे। दिल्ली विश्वविद्यालय की प्राध्यापक ओबेरॉय एकीकृत
दिल्ली नगर निगम की पहली महापौर हैं। भाजपा की गुप्ता को 116 मत मिले, जो उनकी पार्टी के


कुल मतों से तीन अधिक हैं। एमसीडी सूत्रों ने दावा किया कि उन्हें निर्दलीय पार्षदों और कांग्रेस पार्षद
के भी दो वोट मिले।


दिल्ली को चौथे प्रयास में महापौर मिला क्योंकि उपराज्यपाल द्वारा मनोनीत सदस्यों को मतदान का
अधिकार दिए जाने को लेकर हंगामे के बीच पूर्व में चुनाव ठप हो गया था।

पिछले हफ्ते, दिल्ली के
उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शीर्ष अदालत के आदेश के बाद महापौर का चुनाव कराने के लिए


एमसीडी सदन की बैठक बुलाने को अपनी मंजूरी दे दी थी।


ओबेरॉय की याचिका पर सुनवाई के बाद अदालत ने आदेश जारी किया था। आप को राहत देने वाले


आदेश में शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि उपराज्यपाल द्वारा एमसीडी में मनोनीत किए गए सदस्य
महापौर चुनाव में मतदान नहीं कर सकते।


नतीजे घोषित होने के बाद ओबेरॉय ने हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। एमसीडी
सदन में नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद आप पार्षदों ने नवनिर्वाचित महापौर को मिठाई खिलाई


जबकि महिला पार्षदों को उनके साथ सेल्फी लेने के लिए मंच पर धक्का-मुक्की करते देखा गया।
निर्वाचित होने के बाद ओबेरॉय ने कहा,

“मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और
दिल्ली के लोगों को धन्यवाद देती हूं।

अगले तीन दिन में हम यहां लैंडफिल साइट का निरीक्षण

करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सभी पार्षद आज से काम करेंगे। 10-गारंटी कार्यक्रम पर हमारा ध्यान रहेगा।
मैं न्यायपालिका का भी शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।’’


दिल्लीवासियों को बधाई देते हुए केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘गुंडे हार गए, जनता जीत गई। दिल्ली
नगर निगम में आज दिल्ली की जनता की जीत हुई और गुंडागर्दी की हार।

शैली ओबेरॉय के महापौर
चुने जाने पर दिल्ली की जनता को बधाई।

’’ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी जीत पर ओबेरॉय
और पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी।


सिसोदिया ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘गुंडे हार गए, जनता जीत गई। दिल्ली नगर निगम में आम
आदमी पार्टी का महापौर बनने पर सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई और दिल्ली की जनता का तहे


दिल से एक बार फिर से आभार। आप की पहली महापौर शैली ओबेरॉय को भी बहुत-बहुत बधाई।’’
कांग्रेस ने पूर्व में घोषणा की थी कि उसके सभी नौ पार्षद मतदान से दूर रहेंगे। इससे पहले दिन में


हुए मतदान में हो सकता है कि कांग्रेस के एक पार्षद ने भाजपा को वोट दिया हो, लेकिन न तो पार्टी
की ओर से और न ही एमसीडी सचिवालय की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि हुई।


कांग्रेस की दिल्ली इकाई के प्रमुख अनिल चौधरी ने कहा कि उन्हें पता चला है कि पार्टी के एक
पार्षद ने बुधवार को मतदान में भाग लिया था, और वे उनकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।


आप ने चार दिसंबर को हुए एमसीडी चुनावों में 134 वार्ड में जीत के साथ भाजपा के 15 साल के


शासन को समाप्त कर दिया था। भाजपा 104 वार्ड जीतकर दूसरे स्थान पर रही, जबकि कांग्रेस ने
250 सदस्यीय सदन में नौ सीट पर जीत दर्ज की।