कांवड़ मार्गों पर विशेष सुरक्षा वाहिनी तैनात होगी

गाजियाबाद, 07 जुलाई ( कांवड़ यात्रा में पुलिस-पीएसपी के अलावा एसएसएफ (विशेष सुरक्षा वाहिनी) भी सुरक्षा में तैनात होगी। पिछले वर्षों की तुलना में 30 फीसदी अधिक पुलिसबल तैनात होगा और ड्रोन से निगरानी की जाएगी।

कांवड़ मार्गों पर विशेष सुरक्षा वाहिनी तैनात होगी

गाजियाबाद, 07 जुलाई  कांवड़ यात्रा में पुलिस-पीएसपी के अलावा एसएसएफ (विशेष सुरक्षा
वाहिनी) भी सुरक्षा में तैनात होगी। पिछले वर्षों की तुलना में 30 फीसदी अधिक पुलिसबल तैनात होगा


और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। पुलिस आयुक्त ने शुक्रवार को कांवड़ यात्रा की तैयारियों के बारे में
प्रेसवार्ता करते हुए यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पुलिस सुरक्षा और सहूलियत की थीम पर कांवड़
यात्रा संपन्न कराएगी।


पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने कांवड़ शिविर के संबंध में अभी तक 192 आवेदन प्राप्त हुए हैं,
जिनमें से 135 शिविरों की अनुमति दे दी गई है।

पुलिस का प्रयास कांवड़ रूट पर अधिक से अधिक
शिविर लगवाने का है। हालांकि, मिश्रित आबादी, ट्रैफिक जाम वाले प्वॉइंट्स और संवेदनशील स्थानों पर


शिविर लगाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सुरक्षा के दृष्टिगत कमिश्नरेट को 12 जोन में विभाजित
किया गया है। 26 सेक्टर और 105 सब सेक्टर बनाए गए हैं।

कांवड़ यात्रा के दौरान बीते साल के
मुकाबले 30 फीसद फोर्स की ड्यूटी बढ़ाई गई है।


पिछले वर्ष 304 प्वॉइंट पर पुलिस तैनात की गई थी, वहीं इस बार 581 ड्यूटी प्वॉइंट बनाए गए हैं।
कांवड़ यात्रा संपन्न कराने के लिए 53 इंस्पेक्टर, 574 सब इंस्पेक्टर, 1339 कांस्टेबल और हेड कांस्टबेल


के अलावा पीएसी और एसएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है। यह सभी ड्यूटियां नौ जुलाई से
18 जुलाई तक जारी रहेंगी। इसी क्रम में पिछले साल जहां 350 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। वहीं,


इस साल 534 कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही पहले लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को चालू किया गया है।
कुल मिलाकर करीब एक हजार कैमरों से कांवड़ यात्रा की निगरानी की का लक्ष्य रखा गया है।


पुलिस आयुक्त ने बताया कि स्थानीय लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रूट डायवर्जन प्लान
जारी कर दिया गया है। डायवर्ट रूट के दिशासूचक के तौर पर फ्लैक्स बोर्ड लगाए गए हैं। पिछले साल


472 फ्लैक्स बोर्ड लगाए गए थे, लेकिन इस बार 700 फ्लैक्स बोर्ड लगाए गए हैं। पिछले साल के साल
के मुकाबले दोगुना ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कांवड़ यात्रा में ड्यूटी लगाई गई है। इसके लिए 6 टीआई,


57 टीएसआई और ट्रैफिक पुलिस के 446 कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल ड्यूटी पर लगाए गए हैं। व्यापारियों
की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है।

इसके लिए एडीसीपी ट्रैफिक को नोडल
अधिकारी बनाया गया है।

जरूरत का सामान और फैक्ट्रियों आदि में कच्चे व तैयार माल को भेजने के
लिए वाहनों के पास जारी किए जा रहे हैं।


पुलिस ने कमिश्नरेट में पांच स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए हैं। मोदीनगर स्थित राज चौपला, मुरादनगर
गंगनहर, टीलामोड़, मेरठ रोड तिराहा और दूधेश्वरनाथ मंदिर में यह कंट्रोल रूम बने हैं। पुलिस आयुक्त


का कहना है कि कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस द्वारा अन्य विभागों के साथ तीन बार समन्वय मीटिंग
की जा चुकी है। डाक कांवड़ को ध्यान में रखते हुए आखिरी कुछ दिनों के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे


पर भी एक लेन डांक कांवड़ के लिए रिजर्व की जाएगी। इसके अलावा कांवड़ियों की संख्या बढ़ने पर
दिल्ली-मेरठ मार्ग की एक लेन भी कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दी जाएगी।

यह भी किए इंतजाम
-कांवड़ खंडित होने पर पुलिस कांवड़ियों को हरिद्वार से लाया गया गंगाजल और कांवड़ देगी। इसके लिए


पुलिस ने हरिद्वार से 1200 लीटर गंगाजल मंगाकर सभी थानों में वितरित कराया है।


-कांवडिय़ों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा करने का भी शासन से प्रस्ताव आया है।


-कांवड़ रूट पर पड़ने वाली मांस की दुकानें बंद रहेंगी। अंतिम दो दिन के लिए रूट के सभी शराब ठेके
भी बंद कराए जाएंगे।


-दूधेश्वरनाथ मंदिर में महिलाओं सुरक्षा के मद्देनजर पुरुषों से अलग महिलाओं की पंक्ति लगाई जाएगी।
मंदिर के गर्भगृह में महिला व पुरुष अलग-अलग समय में प्रवेश कर सकेंगे।


-मंदिर में होने वाले जलाभिषेक का लाइव प्रसारण देखने के लिए शहर के पांच विभिन्न स्थानों पर
एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी।