दिल्ली में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वैरिएंट

नई दिल्ली, 31 मार्च । राजधानी दिल्ली में कोरोना की रफ्तार फिर तेजी से बढ़ रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने ऑफिस में बैठक की।

दिल्ली में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वैरिएंट

नई दिल्ली, 31 मार्च । राजधानी दिल्ली में कोरोना की रफ्तार फिर तेजी से बढ़ रही है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने ऑफिस में बैठक


की। बैठक में वित्त मंत्री कैलाश गहलोत, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज समेत सभी संबंधित
अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता कर कहा कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना के
केस बढ रहे हैं। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक की, आज हमने रिव्यू मीटिंग की। कोरोना को


लेकर किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। केजरीवाल ने केंद्र सरकार ने कहा कि दो हफ्ते पहले छह
राज्यों को एडवाइजरी दी थी, उसमें दिल्ली नहीं थी। मार्च में मामले बढ़े हैं। 30 मार्च को 295 मामले


आए थे। दिल्ली में कुल 932 एक्टिव मामले हैं। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। केजरीवाल ने
कहा कि अभी तक कोरोना से तीन मौते हुई हैं, उन्हें अन्य बीमारियां थीं। हम 100 प्रतिशत मामलों


की जिनोम सिक्वेंसिंग करवा रहे हैं। इस वक्त ;एक्सबीबी1.16 वैरिएंट है, ये तेजी से फैलता है,
लेकिन ये गंभीर नहीं है, अगर वैक्सिनेशन भी है, तब भी हो रहा है।


केजरीवाल ने कहा कि हम दिल्ली में सीवेज से सैंपल उठाकर चेक करते हैं। फरवरी के बीच तक
नेगेटिव था, फिर पॉजिटिव आना शुरू हुआ। हमारी पूरी तैयारी है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं


है। दिल्ली में 7,986 बेड हैं, लेकिन सिर्फ 66 मरीज भर्ती हैं। चार हजार हजार टेस्ट सरकारी लैब में
और एक लाख से जायद प्राइवेट लैब की कैपेसिटी है.

हमारे पास ऑक्सीजन और सारी तैयारियां हैं।
वैक्सिनेशन बहुत अच्छा रहा है।


केजरीवाल ने कहा कि 26 मार्च को दिल्ली के 38 अस्पतालों में मॉक ड्रिल की थी। कोरोना के बढ़ते
केस को देखते हुए लोगों में जागरूकता के लिए एक कैंपेन चलाएंगे। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अधिकारियों के संग कोरोना के मामले पर बैठक की थी7
गुरुवार को कोरोना के 295 मामले सामने आए थे, जबकि संक्रमण दर 12.48 प्रतिशत थी। वहीं


केजरीवाल ने कहा कि इन्फ्लूएंजा के मरीजों के 5 प्रतिशत रेंडम टेस्ट किए जा रहे हैं, घबराने की
जरूरत नहीं है। अभी मास्क को लेकर केंद्र सरकार की कोई गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन हम कह


रहे हैं कि जिन्हें सांस लेने की दिक्कत और गंभीर बीमारियां हैं, वो मास्क जरूर लगाएं। केजरीवाल ने
कहा कि कोरोना को डिजास्टर मैनेजमेंट से अलग कर दिया गया था।