पुलिस ने वाहन चालकों से संयम बरतने की अपील की

पुलिस अधिकारी ने लोगों से संयम बरतने और कानून हाथ में लेने के बजाय प्राधिकारियों को मदद के लिए बुलाने की अपील की है।

पुलिस ने वाहन चालकों से संयम बरतने की अपील की

बेंगलुरू, 22 जनवरी (बेंगलुरू सहित देश के कई महानगरों में रोडरेज (वाहन चालक के
आक्रामक व्यवहार के कारण होने वाली घटना) की लगातार बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर एक वरिष्ठ


पुलिस अधिकारी ने लोगों से संयम बरतने और कानून हाथ में लेने के बजाय प्राधिकारियों को मदद
के लिए बुलाने की अपील की है।

इस बीच, बेंगलुरु की एक जानी मानी मनोवैज्ञानिक ने सुझाव दिया


है कि ड्राइविंग लाइसेंस जारी करते समय मानसिक स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी अनिवार्य किया जाना
चाहिए।


बेंगलुरु में पिछले चार दिन में रोडरेज की दो घटनाएं सामने आई हैं। एक युवा बाइक सवार ने 17
जनवरी को अपनी बाइक से एक बुजुर्ग को लगभग एक किलोमीटर तक घसीटा था। इसके अलावा


20 जनवरी को एक कार चालक ने एक व्यक्ति को अपने कार के बोनट पर एक किलोमीटर से भी
अधिक दूरी तक घसीटा था।


गौरतलब है कि इसी महीने नई दिल्ली के राजौरी गार्डन इलाके में एक शख्स को कार के बोनट पर
घसीटे जाने की घटना सामने आई थी। वहीं, पिछले साल नवंबर में भी दिल्ली के दयालपुर इलाके में


एक दवाखाने के मालिक की कार मोटरसाइकिल से टकरा जाने के बाद उसे बुरी तरह पीटा गया था।

बेंगलुरू के विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) एम ए सलीम ने बताया कि शहर में हाल में रोड रेज के
दो गंभीर मामले सामने आए।

उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में इस तरह के मामलों में पुलिस बहुत सख्ती
से निपटती है और उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जाते हैं।


उन्होंने कहा, ‘ये दो मामले पूरी तरह से असभ्य हैं। मैं कह सकता हूं कि ये जघन्य मामले हैं। ऐसे


मामलों में पुलिस ने वाहन चालकों के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ हत्या का
मामला दर्ज किया है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।


सलीम ने कहा, ‘‘विशेष रूप से रोडरेज के मामले से निपटने के लिए बेंगलुरु यातायात पुलिस ने कई
अभियान चलाए हैं।’

’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने ‘सुरक्षित शहर’ योजना के तहत शहर भर में
7,500 सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी प्रणाली को भी मजबूत किया है।


पुलिस अधिकारी ने इस तरह की घटनाओं के पीछे समय पर गंतव्य तक पहुंचने की कोशिश को
मुख्य कारण बताते हुए लोगों से अपील की कि वे कम से कम 10 मिनट पहले अपने गंतव्य के


लिए निकलें, ताकि उन्हें सड़क पर जल्दबाजी नहीं हो। सलीम ने लोगों से यह भी आग्रह किया कि
जब भी उन्हें सड़क पर दिक्कत पैदा कर सकने वाली कोई स्थिति दिखाई दे तो वे पुलिस को फोन
करें।


इस बीच शहर की प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक डॉ. गीता अप्पाचू ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस जारी करते
समय मानसिक स्वास्थ्य का पहलू भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोडरेज का


कारण वाहन चालक के मन में पहले से दबा हुआ गुस्सा हो सकता है। डॉ. अप्पाचू ने कहा कि


अंतर्निहित व्यक्तित्व समस्याओं को समझने की आवश्यकता है और यह काम आसानी से किया जा
सकता है।