बच्चे रटने की बजाय सीखने की आदत अपना रहे : सिसोदिया

नई दिल्ली, 21 अप्रैल )। डॉ. बीआर अंबेडकर स्कूल्स ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (एसओएसई) में गुरुवार को पहले मेगा पेरेंट्स टीचर्स मीट (पीटीएम) का आयोजन हुआ।

बच्चे रटने की बजाय सीखने की आदत अपना रहे : सिसोदिया

नई दिल्ली, 21 अप्रैल डॉ. बीआर अंबेडकर स्कूल्स ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (एसओएसई) में गुरुवार
को पहले मेगा पेरेंट्स टीचर्स मीट (पीटीएम) का आयोजन हुआ। पीटीएम में छात्रों के माता-पिता उत्साह के साथ


पहुंचे। अभिभावकों ने शिक्षकों के साथ बात कर बच्चों की प्रगति जानी।

इस दौरान एसओएसई पहुंचे उपमुख्यमंत्री
मनीष सिसोदिया ने कहा कि बच्चे अब रटने के बजाय सीखने की आदत अपना रहे हैं।

जो उनके बेहतर भविष्य के
लिए जरूरी है।


उपमुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी बच्चे को आर्थिक कारणों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा न मिल पाए, उसके लिए इन
स्कूलों को तैयार किया गया है। हर तबके के बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है। एसओएसई देश का पहला


सरकारी स्कूल है, जहां बचपन से ही बच्चों की प्रतिभा को संवारा जाता है। अभिभावकों से अपील है कि वह बच्चों
को मानसिक-भावनात्मक समर्थन दें।

हम उन्हें अच्छी शिक्षा देंगे। बच्चे केवल किसी परिवार का नहीं बल्कि देश का
भविष्य भी हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि एसओएसई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सपनों का स्कूल है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले
बच्चों को ऐसी शिक्षा देंगे कि अभिभावक और समाज उन पर गर्व करेगा।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा प्रणाली
की सबसे बड़ी कमी रटने की आदत है।

जिसे हम समझने और सीखने की आदत में बदल रहे हैं। वहीं, पीटीएम में
अभिभावकों को डीबीएसई बोर्ड के पहले वर्ष में तैयार नए रिपोर्ट कार्ड में अंक दिखाने की जगह बच्चों ने सालभर में
क्या सीखा उसके बारे में बताया गया।


कालकाजी एसओएसई का विधायक ने दौरा किया :

विधायक आतिशी ने भी कालकाजी स्थित एसओएसई का दौरा
किया। उन्होंने कहा कि जब ये स्कूल बनाए गए थे,

तब हमें चिंता थी कि स्कूल कैसे चलेंगे। बच्चे आएंगे या नहीं

आएंगे। लेकिन मुझे खुशी है कि स्कूल को बच्चों और अभिभावकों का इतना प्यार मिला है। कालकाजी के
एसओएसई में दाखिले के लिए मौजूद सीटों के मुकाबले दस गुना से ज्यादा आवेदन मिले हैं। ऐसा पहली बार है
जब किसी सरकारी स्कूल में इतने आवेदन प्राप्त हुए हैं।