बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का होगा आकलन : गहलोत

जयपुर, 28 अगस्त (। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए सार्वजनिक एवं निजी सम्पत्तियों, फसल और पशुओं को हुए नुकसान के शीघ्र आकलन कर प्रभावितों को त्वरित सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का होगा आकलन : गहलोत

जयपुर, 28 अगस्त )। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए सार्वजनिक
एवं निजी सम्पत्तियों,

फसल और पशुओं को हुए नुकसान के शीघ्र आकलन कर प्रभावितों को त्वरित सहायता
पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।


श्री गहलोत आज मुख्यमंत्री निवास पर वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के जनप्रतिनिधि, पशुपालक, गौशाला
संचालक, अधिकारी एवं आमजन से संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान


और बाढ़ प्रभावितों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ से प्रभावित
छह जिलों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया है। क्षेत्र में जल निकासी और बेघर हुए लोगों के लिए


अस्थाई आवास व्यवस्था, भोजन और अन्य सुविधाएं निरंतर मुहैया कराई जा रही है। मुख्य सचिव को जिलों की


सभी व्यवस्थाओं, राहत और बचाव कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग और बाढ़ से हुए नुकसान का एक ज्ञापन तैयार
कर केंद्र सरकार को भेजने के भी निर्देश दिए गए।


इस अवसर पर आपदा प्रबंधन मंत्री गोविन्द राम मेघवाल ने कहा कि प्रदेशभर में औसत से लगभग 35 प्रतिशत
ज्यादा वर्षा हुई है। राणा प्रताप सागर, माही डेम व बीसलपुर डेम लबालब हो गए हैं। कोटा, झालावाड़, बूंदी, करौली,


धौलपुर एवं बारां में उत्पन्न बाढ़ की परिस्थितियों का सामना करने के लिए आपदा विभाग ने 22 करोड़ रूपए जारी
किए। लगभग 43 हजार बाढ़ प्रभावित लोगों को 163 राहत शिविरों में भेजने के साथ ही लगभग 15 हजार लोगों


को रेस्क्यू किया गया। श्री गहलोत ने सभी से लम्पी स्किन डिजीज के नियंत्रण एवं रोकथाम तथा बाढ़ राहत कार्य
में राज्य सरकार का सहयोग करने की अपील भी की।