यूपी दिवसः उत्तर प्रदेश ने वक्त के साथ देखे हैं अनेकों बदलाव

मथुरा, 24 जनवरी पूरे प्रदेश में यूपी दिवस मनाया जा रहा है। वक्त के साथ उत्तर प्रदेश ने कितने बदलाव देखे हैं। पहले यह प्रदेश संयुक्त बंगाल के साथ हुआ करता था फिर इसको आगरा और अवध के साथ संयुक्त प्रोविंसेज के नाम से अस्तित्व में लाया गया।

यूपी दिवसः उत्तर प्रदेश ने वक्त के साथ देखे हैं अनेकों बदलाव

मथुरा, 24 जनवरी  पूरे प्रदेश में यूपी दिवस मनाया जा रहा है। वक्त के साथ उत्तर प्रदेश
ने कितने बदलाव देखे हैं। पहले यह प्रदेश संयुक्त बंगाल के साथ हुआ करता था फिर इसको आगरा


और अवध के साथ संयुक्त प्रोविंसेज के नाम से अस्तित्व में लाया गया। कितनी मजेदार बात है कि
महाराष्ट्र में यूपी से जुड़े लोगों ने 24 जनवरी 1989 से उत्तर प्रदेश दिवस मनाना शुरू किया था। बाद


में महाराष्ट्र के रहने वाले उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने प्रस्ताव भेजा, जिसे सरकार ने मान
लिया और 2018 से उत्तर प्रदेश दिवस मनाना शुरू हुआ

और प्रतिवर्ष बड़े ही धूमधाम से उत्तर प्रदेश
दिवस मनाया जाता है।

उत्तर प्रदेश ने वक्त के साथ अनेक बदलाव देखे हैं ऐतिहासिक साक्ष्यों के
अनुसार 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश को उसका नया नाम मिला था। एक् अप्रैल 1934 को


ब्रिटिश शासन के दौरान इसे संयुक्त प्रांत आगरा और अवध के रूप में स्थापित किया गया था।
ब्रिटिश शासनकाल में इसे यूनाइटेड प्रॉविंस कहा जाने लगा था जो कि 24 जनवरी 1950 में बदलकर


उत्तर प्रदेश किया गया। 1775-1833 के मध्य फोर्ट बिलियम (बंगाल) के अन्तर्गत यूपी का पूरा
क्षेत्रफल आता था।

1834 में फोर्ट बिलियम का विभाजन होने के वाद बंगाल प्रेसीडेन्सी व आगरा
प्रेसीडेन्सी बना दिया गया था।

यूनाइटेड प्रोविंसेज के अधीन आगरा एवं अवध 1902 में अस्तित्व में
आया था। इसके वाद 09 नवम्बर 2009 को पुनः उत्तर प्रदेश का विभाजन हो गया दूसरा प्रदेश


उत्तराखंड बन गया। ऐतिहासिक दस्तावेज के अनुसार उत्तर प्रदेश 24 जनवरी, 1950 को अस्तित्व में
आया, जब भारत के गवर्नर जनरल ने संयुक्त प्रांत नाम से परिवर्तन आदेश 1950 पारित किया,


यूनाइटेड प्रोविंसेज संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश रखा गया। मजेदार बात यह है कि
महाराष्ट्र में यूपी से जुडे लोगों ने 24 जनवरी 1989 से उत्तर प्रदेश दिवस मनाना शुरू किया था। बाद


में महाराष्ट्र के रहने वाले उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाइक ने प्रस्ताव भेजा, जिसे सरकार ने मान
लिया और 2018 से उत्तर प्रदेश दिवस मनाना शुरू हुआ

और प्रतिवर्ष बड़े ही धूमधाम से उत्तर प्रदेश
दिवस मनाया जाता है।