विप्र फाउंडेशन के विप्र महाकुंभ में जुटे हजारों ब्राह्मण

दौसा, 12 मार्च (। प्रदेश के ब्राह्मणों में भी स्थानीय निकाय और पंचायत राज संस्थानों में आरक्षित वर्ग के समान आरक्षण और अन्य सुविधाएं देने के लिए प्रदेश सरकार के समक्ष ताल ठोक दी है।

विप्र फाउंडेशन के विप्र महाकुंभ में जुटे हजारों ब्राह्मण

दौसा, 12 मार्च ( प्रदेश के ब्राह्मणों में भी स्थानीय निकाय और पंचायत राज संस्थानों में


आरक्षित वर्ग के समान आरक्षण और अन्य सुविधाएं देने के लिए प्रदेश सरकार के समक्ष ताल ठोक
दी है।


विप्र फाउंडेशन के बैनर तले दौसा जिले के मेहंदीपुर में आयोजित विप्र महाकुंभ में जुटे ब्राह्मणों ने
राज्य सरकार के समक्ष यह मांग रखी। ब्राह्मणों ने सरकारी भर्ती परीक्षाओं में लगातार हो रही

धांधली पर भी अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए उच्च स्तरीय जांच तथा पीड़ित बेरोजगारों को इंसाफ
की मांग की हैं।


विप्र फाउंडेशन के संभाग स्तर पर भरतपुर संभाग के हुए पहले विप्र महाकुंभ में रविवार को जुटी
हजारों की भीड़ का गुस्सा मंदिर माफी की जमीनों पर हो रहे अतिक्रमणों तथा इन्हें लेकर हो रहे


अत्याचारों को लेकर भी था। ब्राह्मणों ने मंदिर माफी की जमीनों को मुक्त करवा राजस्व रिकार्ड में
पुजारी का नाम अंकित करने की मांग उठाते हुए

साफ चेताया कि बर्दास्त नहीं किया जाएगा। समाज
की इन सभी पीड़ाओं का निराकरण नहीं निकला तो आंदोलन भी करना पड़े तो करेंगे। इसके अलावा


विप्र महाकुंभ में समाजोत्थान की अनेक कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा करते हुए उपस्थित जनों
से भी समाज में व्याप्त कुरूतियो को त्यागने का आग्रह किया गया।

महाकुंभ में हुई सारगर्भित चर्चा
के अंत में मेहंदीपुर घोषणा पत्र भी पारित किया गया।


विप्र फाउंडेशन जोन 1 डी के प्रदेशाध्यक्ष वेद प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि जयपुर में होने वाले
विराट महाकुंभ से पहले पांच संभागों में इस तरह के महाकुंभ और होंगे।

इस कड़ी में 26 मार्च को
आदिवासी अंचल सागवाड़ा में विप्र महाकुंभ होगा उसकी तैयारियां चल रही हैं।


विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा, राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम गुरुजी ने संगठन की 14 वर्षाे
की विकास यात्रा की संक्षिप्त में जानकारी देते हुए कहा कि ब्राह्मणों के इस ऐतिहासिक आयोजन में


उपस्थित दिग्गज नेताओं ने भी सार्थक चर्चा की सदैव सराहना की है। समाज के इन नेताओ ने
सामाजिक सरोकारों में अग्रणी भूमिका के लिए विप्र फाउंडेशन की सराहना भी की।


विप्र महाकुंभ को संबोधित करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने देवस्थान
के अधीन मंदिरों को पुजारियों को सौंपने की मांग उठाते हुए कहा कि बड़े मंदिरों से होने वाली आय


को छोटे मंदिरों के रखरखाव व उनके पुर्ननिर्माण पर खर्च की जानी चाहिए। तिवाड़ी ने वक्फ बोर्ड की
तरह हिंदू रिलीजियस एक्ट बने।

जलदाय मंत्री महेश जोशी ने समाज उत्थान के निर्णयों पर सहमति
जताई साथ ही ब्राह्मण समाज हित में किए

सरकार के कामकाज को गिनाया। वहीं गुजरात प्रभारी
एवम् पूर्व मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा ने समाज की ओर से उठाई मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि


सरकार से टोकन मनी पर जमीन दिलवाने को तैयार हैं। उन पर छात्रावास बनने चाहिए। उन्होंने एक
दूसरे की बुराई छोड़ने पर भी बल दिया।