श्रद्धालुओं की सुविधाओं के मद्देनजर श्रीअमरनाथ यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में

जम्मू, 13 जून ( एक जुलाई से शुरू होने जा रही 62 दिवसीय श्री अमरनाथ यात्रा की सभी तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं।

श्रद्धालुओं की सुविधाओं के मद्देनजर श्रीअमरनाथ यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में

जम्मू,  एक जुलाई से शुरू होने जा रही 62 दिवसीय श्री अमरनाथ यात्रा की सभी
तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। इस दौरान जम्मू-कश्मीर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं और


सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए अर्धसैनिक


बलों के 60 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को लखनपुर से गुफा मंदिर तक तैनात किया जाएगा। यह
तैनाती 20 जून से होने की उम्मीद है।


आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि एक जुलाई से शुरू हो रही श्री अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा
के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा अवधि के दौरान सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के


लिए आईटीबीपी, बीएसएफ, एसएसएफ, सीआईएसएफ की कंपनियों के अलावा ज्यादातर केंद्रीय रिजर्व


पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 60,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि हर साल
सुरक्षा हमेशा एक चुनौती होती है, क्योंकि यात्रा का सुचारु रूप से संचालन करने में राष्ट्र-विरोधी तत्व


बाधा बनने की कोशिश करते हैं, लेकिन हमारे सुरक्षा बल किसी भी स्थिति को संभालने में सक्षम हैं।
अधिकारी ने कहा कि इस साल लखनपुर से अमरनाथ गुफा मंदिर तक 60 हजार से अधिक सैनिकों को


न केवल सुरक्षा उपाय के रूप में, बल्कि यात्रा को सुचारू रूप से सुगम बनाने के लिए तैनात किया जा
रहा है। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ की अतिरिक्त कंपनियों के इस सप्ताह तक आने की उम्मीद है


और 20 जून से राजमार्ग और गुफा की ओर जाने वाले बालटाल और पहलगाम मार्गों पर तैनाती की
जाएगी। उन्होंने कहा कि नियमित तैनाती के अलावा, स्नाइपर और शार्प शूटर भी कई स्थानों पर तैनात


किए जाएंगे, जबकि अमरनाथ यात्रा के काफिले को तकनीकी उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मियों के साथ
सुरक्षा प्रदान की जाएगी।


उन्होंने कहा कि पिछले साल स्टिकी बम विस्फोट, ड्रोन के माध्यम से हथियारों की तस्करी और अन्य
घटनाओं की सूचना मिली थी, इसलिए सुरक्षा एक चुनौती बनी हुई है। इसके बावजूद हम तीर्थयात्रियों का


स्वागत करने के लिए तैयार हैं और वे बिना किसी डर के गुफा में पूजा करने के लिए यात्रा के लिए आ


सकते हैं। इस बीच सीमा पार से की जाने वाली किसी भी शरारत को नाकाम करने के लिए नियंत्रण रेखा
और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।


उपराज्यपाल ने नुनवान आधार शिविर का किया दौरा
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को नुनवान आधार शिविर का दौरा कर अमरनाथ तीर्थयात्रियों के


लिए की गई व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने रसद, आवास, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं का जायजा

लिया और अधिकारियों को सुचारू तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सर्वाेत्तम व्यवस्था करने का निर्देश


भी दिया। 62 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से पहलगाम के नुनवान और मध्य कश्मीर के गांदरबल
जिले के बालटाल के दो पारंपरिक मार्गों से शुरू होगी।


जम्मू शहर में पांच तत्काल पंजीकरण काउंटर स्थापित
इस बीच प्रशासन ने जम्मू शहर के प्रमुख स्थानों पर पांच तत्काल पंजीकरण काउंटर स्थापित किए हैं।


वैष्णवी धाम, महाजन सभा, पंचायत घर में तीर्थयात्रियों के तत्काल पंजीकरण के लिए पांच काउंटर और
साधुओं के पंजीकरण के लिए गीता भवन और राम मंदिर में दो काउंटर बनाए गए हैं। यात्रा के लिए इस


सप्ताह से ऑनलाइन हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग भी शुरू हो जाएगी। बालटाल, पहलगाम और श्रीनगर मार्गों
के लिए बुकिंग इसी सप्ताह शुरू होगी

और इस साल चार लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की
उम्मीद है।


प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने और जम्मू-कश्मीर में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए
तीर्थयात्रियों के लिए जम्मू दर्शन की भी योजना बनाई है।

अब तक लगभग 3 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा
के लिए अपना ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।


यात्रियों के खाद्य पदार्थों पर विशेष ध्यान
इस साल श्री अमरनाथ तीर्थयात्रा के दौरान यात्रियों को हलवा पूरी, समोसा, जलेबी, गुलाब जामुन आदि


खाद्य पदार्थ नहीं परोसे जाएंगे। यह फैसला श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने किया है। बोर्ड के
अनुसार पहलगाम और बालटाल के जुड़वां मार्गों पर तीर्थयात्रियों के लिए इस साल 120 से अधिक लंगर


(सामुदायिक रसोई) स्थापित किए जा रहे हैं। तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए
एसएएसबी ने लंगरों में अनुमत और प्रतिबंधित भोजन, खाद्य पदार्थों की एक सूची जारी की है और यह


स्पष्ट किया है कि लगभग 120 लंगरों में जंक और तला हुआ भोजन परोसने की अनुमति नहीं दी
जाएगी। लंगर अधिकारियों के साथ प्रतिबंधित और अनुमत वस्तुओं की सूची भी साझा की गई है।


प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों में पूरी, बठुरा, पिज्जा, बर्गर, भरवां परांठा, डोसा, तली हुई रोटी, मक्खन वाली
ब्रेड, क्रीम आधारित खाद्य पदार्थ, अचार, चटनी, तले हुए पापड़, चाउमीन और अन्य सभी तले हुए व


फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक, हलवा, जलेबी, गुलाब जामुन, लड्डू, खोया की बर्फी, रसगुल्ला और अन्य सभी
हलवाई आइटम के अलावा स्नैक्स (वसा और नमक में उच्च) चिप्स/ कुरकुरे, मठ्ठी, नमकीन मिश्रण,


पकोड़ा, समोसा, तले हुए सूखे मेवे और अन्य सभी डीप फ्राई आइटम शामिल हैं। इसमें मांसाहारी भोजन,
शराब, तंबाकू, गुटखा, पान मसाला, सिगरेट, अन्य नशीले पदार्थ भी शामिल हैं।