सूरजपुर और कासना के सौंदर्यीकरण की योजना तीन महीने में बनेगी

ग्रेटर नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। ग्रेटर नोएडा के सबसे पुराने गांवों सूरजपुर और कासना की सूरत बदलेगी। दोनों गांवों की वास्तकिता जानने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण मौके पर गए

सूरजपुर और कासना के सौंदर्यीकरण की योजना तीन महीने में बनेगी

ग्रेटर नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। ग्रेटर नोएडा के सबसे पुराने गांवों सूरजपुर और कासना की सूरत बदलेगी। दोनों
गांवों की वास्तकिता जानने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण मौके पर गए और स्थिति का
जायजा लिया।

सीईओ ने कासना के प्रसिद्ध सती निहालदे मंदिर के आसपास के क्षेत्र को भी विकसित करने के
आदेश दिए हैं।

दोनों गांवों के सौंदर्यीकरण के लिए तीन माह में डीपीआर बनवाने का लक्ष्य तय किया गया है।
ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर व कासना दो पुराने गांव हैं। इनके रीडेवलपमेंट प्लान के अंतर्गत दोनों गांवों की सड़कों और
गलियों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। बाजार का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।

सूरजपुर स्थित घंटाघर चौक (सूरजपुर
तिराहा) और उसके आसपास के क्षेत्र को मनोरंजन जोन के रूप में विकसित किया जाएगा।

योजना में तेजी लाने के
लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने सूरजपुर के आसपास और कासना का जायजा लिया।

उन्होंने
कासना स्थित एसटीपी के पीछे निहालदे मंदिर के पास बह रहे हवालिया नाला के किनारे रीवर फ्रंट के रूप में
विकसित करने के निर्देश दिए। वह सिरसा एंट्री प्वाइंट तक गए।

वहां ट्रकर्स पार्क के कामों का भी जायजा लिया।
सूरजपुर-कासना रोड के किनारे ग्रीनरी को और अधिक विकसित करने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के बाद सीईओ ने
प्रोजेक्ट विभाग व ई एंड वाई टीम के साथ बैठक की और कंसल्टेंट का चयन जल्द कर डीपीआर तैयार कराने के
लिए कहा है।

नरेंद्र भूषण ने दोनों गांवों के लिए 100 दिन के भीतर कंसल्टेंट का चयन करने, तीन माह में
डीपीआर बनवाने और टेंडर प्रक्रिया पूरी कर एक साल के भीतर मौके पर काम शुरू कराने के निर्देश दिए हैं।

वर्ष
2025 तक इन दोनों को गांवों को विकसित करने का लक्ष्य किया है।

निरीक्षण के दौरान जीएम प्रोजेक्ट एके
अरोड़ा, वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव, कपिल सिंह, मनोज धारीवाल, राजीव कुमार, सुभाष चंद्र, जितेंद्र यादव, वैभव
नागर आदि मौजूद थे।