काशी विश्वनाथ में अब मोटे अनाज से बना मिलेगा प्रसाद
वाराणसी, 06 मार्च (। काशी विश्वनाथ मंदिर में भी अब मोटे अनाज को बढ़ावा मिलेगा। सरकार की पहल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में अब मोटे अनाज (मिलेट्स) का चढ़ा हुआ लड्डू प्रसादम के रूप में बिकने लगा है।
वाराणसी, 06 मार्च (। काशी विश्वनाथ मंदिर में भी अब मोटे अनाज को बढ़ावा मिलेगा।
सरकार की पहल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में अब मोटे अनाज (मिलेट्स) का चढ़ा हुआ लड्डू
प्रसादम के रूप में बिकने लगा है। एक अधिकारी ने बताया कि, काशी से निकली बात पूरी दुनिया में
पहुंचती है
और श्री काशी विश्वनाथ धाम के संदेश को दुनिया भर के सनातनी मानते हैं। इसलिए
योगी आदित्यनाथ सरकार की पहल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में अब मोटे अनाज का भोग लगा
हुआ लड्डू प्रसादम के रूप में बिकने लगा है।
गौरतलब हो कि सन 2023 को संयुक्त राष्ट्र संघ मोटे अनाज दिवस के रूप में मनाने की घोषणा
कर चुका है। मिलेटस कई तरह के पोषक तत्वों से युक्त होता है, जिसे खाने की अपील प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी पूरी दुनिया से कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटे अनाज का नाम श्रीअन्न करते
हुए इसके पोषण तत्वों के कारण लोगों से अपने थाली में शामिल करने की अपील कर चुके हैं। वहीं
योगी साकार ने भी इसे बढ़ावा देने के लिए बजट में इसके लिए अलग से प्रावधान किया है। योगी
सरकार के निर्देश पर श्रीअन्न से बने प्रसाद की बिक्री श्री काशी विश्वनाथ धाम में शुरू कर दी गयी
है।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि स्वयं सहातया समूह की महिलाओं द्वारा
मिलेट्स का श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लिए प्रसाद बनवाया गया है,
जिसका नाम श्रीअन्न प्रसादम
है। मोटे अनाज से बने प्रसाद की बिक्री धाम से शुरू की गई है।
स्वत: रोजगार उपायुक्त दिलीप सोनकर ने बताया कि पहले से श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के लिए
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुडी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रसाद बना रही थीं।
स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अब श्रीअन्न प्रसादम भी बना रही हैं। इसकी कीमत पहले से विक्रय
किये जा रहे प्रसाद के बराबर ही है।
श्रीअन्न प्रसादम की शुद्धता का विशेष ध्यान रखा गया है।
श्रीअन्न प्रसादम बना रही स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता जायसवाल ने बताया कि बाजरा,
गुड़, तिल, काजू, बादाम, शुद्ध घी, खोआ से श्रीअन्न प्रसादम बनाया जा रहा है। अभी 100 व 200
ग्राम के लड्डू के पैकेट बाबा के दरबार में प्रसाद स्वरुप बिक्री के लिए रखा जा रहा है।