कुशीनगर से विदेश यात्रा को और छह माह करना होगा इंतजार

कुशीनगर, 14 जून कुशीनगर अंतर-राष्ट्रीय एयरपोर्ट से विदेश और देश के सुदूर स्थलों पर उड़ान भरने के लिए लोगों को अभी भी छह माह और इंतजार करना होगा।

कुशीनगर से विदेश यात्रा को और छह माह करना होगा इंतजार

कुशीनगर, 14 जून । कुशीनगर अंतर-राष्ट्रीय एयरपोर्ट से विदेश और देश के सुदूर स्थलों पर उड़ान भरने
के लिए लोगों को अभी भी छह माह और इंतजार करना होगा। दरअसल, उड़ान विस्तार में एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट


लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) का न होना बाधा बन रहा है। एयरपोर्ट प्रशासन का कहना है कि आईएलएस लगाने के
निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सिस्टम लगने में छह माह का समय लगने की उम्मीद है।

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ
इंडिया सिस्टम लगाने के लिए 10 करोड़ खर्च कर रही है।


उल्लेखनीय है कि इस एयरपोर्ट से अभी केवल दिल्ली के लिए नियमित उड़ान हो रही है। इस सिस्टम के लगने के
बाद से जहाज कोहरे व बारिश के दौरान न्यूनतम दृश्यता में व ऑटो मोड में रन-वे पर लैंड व टेकऑफ कर सकेंगे।


20 अक्टूबर 21 को एयरपोर्ट पर आए नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्देश के बाद 27 अक्टूबर
को एयरपोर्ट पर आईएलएस सर्वे के लिए दिल्ली से टीम आई थी।


नागर विमानन मंत्री ने मीडिया से बातचीत में आईएलएस का कार्य जल्द शुरू कराने की बात कही थी। नागर
विमानन मुख्यालय दिल्ली के संयुक्त महाप्रबन्धक एस एस राजू के नेतृत्व में आई टीम में एडी तरुण गुप्ता व


सहायक महाप्रबन्धक मोहम्मद नसीम शामिल थे। एयरपोर्ट पर आईएलएस के पार्ट डीवीओआर (डाप्लर वेरी हाई
फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज), लोकलाइजर,

ग्लाइड पाथ आदि लगाए जाने का सर्वे कर अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को दिया
था।


एयरपोर्ट प्रबन्धक सन्तोष मौर्य ने बताया कि किसी भी एयरपोर्ट पर हर मौसम में जहाजों के बाधारहित व सुरक्षित
लैंडिंग व टेकऑफ के लिए परफेक्ट नेविगेशनल एक्यूपमेंट का होना जरूरी होता है।

एयरपोर्ट निदेशक ए.के. द्विवेदी
ने बताया कि एयरपोर्ट से उड़ान की संख्या बढ़ाने के लिए सभी जरूरी संसाधनों की स्थापना की जा रही है।


आईएलएस लगने की प्रक्रिया चल रही है। अभी इसमे छह माह का समय लगेगा।