चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नेपाल की राष्ट्रपति से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की

काठमांडू, 27 मार्च चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नेपाल की राष्ट्रपति से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की

काठमांडू, 27 मार्च  चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी
से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।


समाचार पत्र 'माय रिपब्लिका' की खबर के अनुसार वांग ने दो पूर्व प्रधानमंत्रियों- सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष के
पी शर्मा ओली और सीपीएन (माओवादी सेंटर) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ;प्रचंड- से अलग-अलग मुलाकात की।


खबर में कहा गया है कि राष्ट्रपति भंडारी के साथ बातचीत के दौरान वांग ने "नेपाल-चीन संबंधों के विभिन्न
पहलुओं पर चर्चा की।

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समाचार पत्र ;द काठमांडू पोस्ट; ने राष्ट्रपति कार्यालय के अधिकारियों के हवाले से कहा कि बैठक के दौरान
द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर सहयोग पर चर्चा की गई।


राष्ट्रपति के संचार सलाहकार टिका ढकाल ने कहा,;यह शिष्टाचार मुलाकात थी। विदेश मंत्री वांग यी ने राष्ट्रपति
को नेपाल और चीन के बीच हस्ताक्षर किये गए समझौतों से अवगत कराया। 


उन्होंने कहा कि भंडारी ने वांग को बताया कि काठमांडू नेपाल-चीन संबंधों को बहुत महत्व देता है । उन्होंने नेपाल
को समर्थन देने के लिए चीनी सरकार का आभार व्यक्त किया।

ढकाल ने कहा, ;चीन के विदेश मंत्री के माध्यम से राष्ट्रपति भंडारी ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग को संदेश भेजा
है कि हमारा देश और नेपाली लोग निरंतर समर्थन के लिए चीन के आभारी हैं।


सीपीएन-यूएमएल नेता ओली ने वांग के साथ बैठक के दौरान चीनी सरकार से बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव
(बीआरआई) से संबंधित रेलवे, सिंचाई,

शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने का
आग्रह किया। वांग ने इसपर पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि वे नेपाल के विकास और समृद्धि के लिए
सहयोग करने को तैयार हैं।

उन्होंने बीआरआई से संबंधित परियोजनाओं को शुरू करने में योगदान का आश्वासन
दिया।


प्रचंड ने वांग के साथ अपनी बैठक के दौरान चीन से बीआरआई के तहत पहले से सहमति प्राप्त भौतिक बुनियादी
ढांचे से संबंधित परियोजनाओं को तेजी से लागू करने का आग्रह किया। इन बैठकों के बाद वांग चीन के लिये
रवाना हो गए।