जीटीबी में नवजात की अदला बदली का आरोप

पूर्वी दिल्ली के ताहिरपुर स्थित गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में परिजनों ने नवजात की अदला बदली का आरोप लगाया है।

जीटीबी में नवजात की अदला बदली का आरोप

नई दिल्ली, 18 सितंबर । पूर्वी दिल्ली के ताहिरपुर स्थित गुरु तेग बहादुर (जीटीबी)
अस्पताल में परिजनों ने नवजात की अदला बदली का आरोप लगाया है। परिवार ने डीएनए जांच होने


तक बच्चे को स्वीकार करने से मना कर दिया है। इसके बाद अस्पताल प्रशासन का कहना है कि
मामले की जांच की जा रही है।

परिजनों की संतुष्टि के लिए मां और बच्चे की डीएनए जांच कराने
को अस्पताल तैयार है।

विश्वास नगर की रहने वाली महिला उर्मिला ने 16 सितंबर को जीटीबी के लेबर रूम में बच्चे को
जन्म दिया। उनके पति ने बताया कि डिलिवरी के समय उन्हें बताया गया कि 11 बजकर 20 मिनट


पर उर्मिला को लड़का हुआ है। पति ने बताया कि अस्पताल के रिकॉर्ड में जो पर्चा भरा गया उसमें


भी 2.7 किलोग्राम का लड़का होने की बात लिखी है। लड़के के पैरों के निशान कागज पर अंकित हैं।
उन्होंने कहा कि इस कागज की फोटो भी हमारे पास है।


उर्मिला के पति राकेश ने बताया कि बच्चा होने की खुशी में हमने अर्दली को एक हजार रुपये भी
दिए। इसके करीब तीन घंटे बाद परिवार अचंभे में पड़ गया जब दोबारा उनसे कहा गया कि उन्हें


लड़का नहीं लड़की हुई है। राकेश ने कहा कि हम कैसे यकीन करें कि हमारा कौन सा बच्चा है। इस
मामले को देखते हुए परिवार ने बच्चा लेने से इनकार कर दिया है और पुलिस को शिकायत दी है।


परिवार का कहना है कि डीएनए जांच के बाद पता चलेगा कि हमारा बच्चा कौन सा है।


इस पूरे मामले पर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुभाष गिरी का कहना है कि मामले की


जांच की जाएगी। परिवार को लगता है कि डीएनए जांच हो तो हम बच्चे और उसकी मां की डीएनए
जांच कराने को तैयार हैं।