दरें बढ़ाने में आरबीआई पीछे नहीं रहेगा : केकी मिस्त्री

मुंबई, 22 अप्रैल ( एचडीएफसी के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) केकी मिस्त्री ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों के मामले में दूसरों से पीछे नहीं रहेगा और केंद्रीय बैंक

दरें बढ़ाने में आरबीआई पीछे नहीं रहेगा : केकी मिस्त्री

मुंबई, 22 अप्रैल (। एचडीएफसी के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) केकी मिस्त्री ने
शुक्रवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों के मामले में दूसरों से पीछे नहीं रहेगा और केंद्रीय बैंक इस
साल दो या तीन बार रेपो दर बढ़ा सकता है।


मिस्त्री ने कहा कि देश के लिए आर्थिक वृद्धि को बनाए रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे रोजगार सृजन, आय
स्तर में सुधार और खपत में वृद्धि होती है।


मिस्त्री ने ‘टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकनॉमिक कॉन्क्लेव’ में कहा, ‘‘मैं वास्तव में यह नहीं मानता कि हम (ब्याज)
दरों के मामले में दूसरों से पीछे हैं। मेरा मानना ​​​​है कि इस साल दरों में बढ़ोतरी होगी…

दो या तीन बार दरों
में बढ़ोतरी संभव है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी।’’


आरबीआई ने इस महीने की शुरुआत में घोषित मौद्रिक नीति में रेपो दर को चार प्रतिशत पर बरकरार रखा था।
मिस्त्री ने कहा कि भारत की मुद्रास्फीति की तुलना अमेरिका से नहीं करनी चाहिए,

जहां मुद्रास्फीति 8.5 फीसदी से
ऊपर है।


अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने इस साल मार्च में ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की तथा मुद्रास्फीति को काबू
में करने के लिए दरों में आगे और बढ़ोतरी का संकेत दिया।


उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रूप से अमेरिका में मुद्रास्फीति बेहद कम थी और भारत में मुद्रास्फीति करीब चार


प्रतिशत अधिक थी। हालांकि, आज अमेरिका में मुद्रास्फीति 8.5 प्रतिशत से अधिक है, जबकि भारत अगले वर्ष
मुद्रास्फीति के 5.7 प्रतिशत पर रहने की उम्मीद कर रहा है।


मिस्त्री ने कहा, ‘‘हम अमेरिका की तुलना में 2.8 प्रतिशत कम हैं। जाहिर है,

अमेरिका जिसे कभी भी मुद्रास्फीति
की आदत नहीं रही है, उसे ब्याज दरों में वृद्धि के मामले में अत्यधिक कठोर कदम उठाने होंगे।’’


उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भारत को दरों में बढ़ोतरी के मामले में फेडरल रिजर्व की तरह कदम उठाने की
जरूरत नहीं है।


मिस्त्री ने कहा कि जिस गति से भारतीय अर्थव्यवस्था में उछाल आया है, वह शानदार है। उन्होंने पूरे संकट से
बखूबी निपटने के लिए सरकार और आरबीआई को श्रेय दिया।