नौकरी के नाम पर ठगने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

नई दिल्ली, 12 मार्च (उत्तर पश्चिम जिले की साइबर सेल ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी दिलाने के बहाने ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है।

नौकरी के नाम पर ठगने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

नई दिल्ली, 12 मार्च ( उत्तर पश्चिम जिले की साइबर सेल ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों में
नौकरी दिलाने के बहाने ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक


महिला समेत चार को गिरफ्तार किया है। मौके से 10 मोबाइल, सात एटीएम कार्ड, एक लैपटॉप,

तीन सिमकार्ड, एक पासबुक और चार चेकबुक बरामद हुए। पुलिस आरोपी 31 वर्षीय आमिर जीशम,
25 वर्षीय राहुल सिंह राजावत,

25 वर्षीय रेखा और 23 वर्षीय शिवम से पूछताछ कर रही है।


उत्तर पश्चिम जिले के डीसीपी जितेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि तीन जनवरी को जिले के साइबर
सेल थाने में ठगी की शिकायत मिली।

मनीष गुप्ता ने बताया कि उन्होंने नौकरी के लिए वेब पोर्टल
पर आवेदन किया था।

कुछ दिन बाद उनके पास एक फोन आया और बैंक में अकाउंटेंट की नौकरी
पेश की। आरोपी ने पंजीकरण के लिए 1500 रुपये मांगे। इसके बाद उनका ऑनलाइन टेस्ट और


साक्षात्कार हुआ। फिर उन्हें ईमेल के जरिए नियुक्ति पत्र भेज दिया। इसी बीच आरोपी ने लैपटॉप,
वेतन का बैंक खाता खोलने, स्वास्थ्य बीमा, यूनिफॉर्म, जूते और डोमेन आईडी के लिए 70 हजार


रुपये की मांग की। इस बार भी उन्होंने रुपये भेज दिए। बाद में उन्हें पता चला कि नियुक्ति पत्र
फर्जी है। इसके बाद उन्होंने पुलिस में केस दर्ज कराया।

द्वारका सेक्टर-7 में उनकी लोकेशन ट्रेस हुई।
पुलिस ने छापेमारी कर एक महिला समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया।

बाद में एक अन्य आरोपी
शिवम शर्मा को नोएडा से गिरफ्तार किया।


आरोपियों ने बताया कि आमिर जीशम और राहुल कॉल सेंटर में 50-50 फीसदी के भागीदार हैं। छह
महीने पहले ही द्वारका में 15 हजार रुपये का मकान लेकर कॉल सेंटर शुरू किया था। रेखा को टेली-


कॉलर के रूप में 20 हजार रुपये देते थे। वहीं, आरोपी शिवम धोखाधड़ी के लिए अपने बैंक खाते देता
था। वह लेन-देन के लिए 10 हजार रुपये कमीशन लेता था।


मास्टरमाइंड बीटेक इंजीनियर है : कॉल सेंटर में ठगी गिरोह का मास्टरमाइंड आमिर जीशम है। वह
कंप्यूटर साइंस में बीटेक इंजीनियर है और एक निजी कंपनी में काम करता था। वहां से उसने


बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी के लिए नई भर्तियों के बारे में तकनीकी जानकारियां सीखी। वह 60
हजार रुपये महीने की कमाई से संतुष्ट नहीं था। इसलिए साल 2021 में राहुल के साथ मिलकर ठगी


शुरू की। छह महीने पहले उत्तर नगर में कॉल सेंटर का संचालन कर रहे थे। इसके बाद द्वारका में
स्थानांतरित कर लिया।


250 से अधिक लोगों से ठगी की : आरोपियों ने करीब एक साल में 250 से अधिक लोगों से ठगी
की। वह पिछले एक साल से अधिक सक्रिय थे।

विभिन्न नौकरी वाली साइट से डेटा लेते थे। इसके
बाद रेखा के जरिए फोन पर बात कराकर झांसे में लेते थे।

फिर ठगी के बाद मोबाइल नंबर बंद कर
देते थे। वह लाखों रुपये महीने पैकेज का ऑफर देते थे।

आरोपी आमिर जीशम और राहुल द्वारका के
रहने वाले हैं, जबकि रेखा नरेला और शिवम नोएडा का रहने वाला है।