मुंह बोले फूफा ने दरिंदगी के बाद की थी मासूम बच्ची की हत्या

गाजियाबाद, 14 मार्च चार साल की बच्ची की हत्या कर शव टीलामोड़ थानाक्षेत्र स्थित जंगल में फेंके जाने के मामले का क्राइम ब्रांच टीम ने पर्दाफाश किया है।

मुंह बोले फूफा ने दरिंदगी के बाद की थी मासूम बच्ची की हत्या

गाजियाबाद, 14 मार्च ( चार साल की बच्ची की हत्या कर शव टीलामोड़ थानाक्षेत्र स्थित
जंगल में फेंके जाने के मामले का क्राइम ब्रांच टीम ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने


मासूम बच्ची के मुंह बोले फूफा और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि मुंह
बोले फूफा ने बच्ची के साथ पहले दरिंदगी की और फिर उसके चीखने चिल्लाने पर गला घोटकर


हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी फूफा ने अपने दोस्त के साथ मिलकर बच्ची के शव को जंगल
में ठिकाने लगा दिया और उसके लापता होने का नाटक रच कर तलाश का ड्रामा किया।


डीसीपी ट्रांस हिंडन विवेक चंद्र यादव की मानें तो घटना के बाद आरोपी अजय भाटी ने पुलिस और
मीडिया को बताया था कि 11 मार्च को उसके तीनों बच्चे दुकान जाने के लिए घर से एक साथ


निकले थे। दो बच्चे तो दुकान पर पहुंचे लेकिन मासूम बच्ची रास्ते से कहीं गायब हो गई थी। इस
पर पुलिस ने उसके घर और दुकान के बीच लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो एक कैमरे में


उस समय की फुटेज डिलीट मिली। जिसे पुलिस ने रिकवर किया तो आरोपी का झूठ पकड़ा गया।


इसके बाद पुलिस ने आरोपी के घर की गहनता से जांच की तो वहां खून के निशान साफ किए जाने
की पुष्टि हुई।


डीसीपी ने बताया कि घर में खून के पुख्ता सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने केमिकल के माध्यम से
बेन्जीडाइन टेस्ट किया। जिससे साफ हो गया कि बच्ची की हत्या घर में ही की गई और उसके खून


को साफ किया गया। साथ ही पुलिस ने जब अजय के बच्चों से पूछताछ की तो बेटे ने बताया कि
अजय ने उसे भी सच उगलने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी


अजय भाटी पर शिकंजा कसते हुए कड़ाई से पूछताछ तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। पुलिस
का कहना है

कि बच्ची की तलाश का नाटक करने के दौरान आरोपी अजय ने दुकान के पास एक
घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को जांचने के बहाने डिलीट कर दिया था। जिसे पुलिस ने


रिकवर कर देखा तो उसमें तीन के बजाए आरोपी के दो ही बच्चे दुकान पर जाते हुए कैद मिले।
बच्ची के बाबा ने पाली थी मुंह बोली बुआ, कर्ज उतारने को अपनाई थी बच्ची


डीसीपी विवेक यादव ने बताया कि मूलरूप से गाजीपुर के रहने वाले बच्ची के पिता यहां रहकर
कबाड़ का काम करते थे। उन्हें शराब पीने की लत थी। इसी लत की वजह से बीती 28 जनवरी को


उनकी अस्पताल में मौत हो गई थी। जबकि बच्ची की मां मानसिक रूप से बीमार है, जो कुछ माह
पूर्व ही घर से लापता हो गई थी। पिता की मौत और मां के लापता हो जाने के बाद बच्ची बेसहारा


हो गई थी। बच्ची को कुछ दिन पिता के दोस्त ने अपने घर में रखा, लेकिन बाद में पड़ोस में रहने
वाली उसके पिता की मुंह बोली बहन अंजना उर्फ संजना ने बच्ची को अपना लिया था। संजना के दो


बच्चे हैं, लेकिन वह बच्ची को अपनी तीसरी संतान मानकर परवरिश कर रही थी। संजना ने पुलिस
को बताया कि बच्ची के बाबा ने ही उसका पालन पोषण किया था। वह बच्ची के पिता को अपना मुंह

बोला भाई मानती थी। इस कर्ज को उतारने के लिए ही उसने बेसहारा होने पर बच्ची को अपना लिया
था।
बुआ की लाड़ली थी बच्ची, लेकिन फूफा करता था दरिंदगी व उत्पीडऩ
डीसीपी ट्रांस हिंडन ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी अजय भाटी टीलामोड़ क्षेत्र में ही मोबाइल


रिपेयरिंग की दुकान चलाता है। उसने संजना से लव मैरिज की थी। संजना उसकी दूसरी पत्नी है।
अजय अपने दोनों बच्चों से बेहद प्यार करता है, लेकिन पत्नी संजना की मुंह बोली भतीजी का घर


में रहना उसे नागवार गुजरता था। जिसकी वजह से वह बच्ची से नफरत करता था। संजना की गैर
मौजूदगी में वह उसके साथ दरिंदगी करता था और उत्पीडऩ किया करता था। संजना से शिकायत


करने पर उसे जान से मारने की धमकी देता था। डीसीपी की मानें तो अजय भाटी ने पूर्व में भी
बच्ची संग कई बार हैवानियत की थी। बच्ची के शरीर पर चोट के निशान देखकर बुआ ने पूछा तो


दहशत में आई बच्ची ने सीढिय़ों से गिरने की बात कह दी थी। साथ ही बताया था कि फूफा भी
सीढिय़ों से गिरे थे, लेकिन बच्ची के इशारों को संजना समझ नहीं पाई थी।


हत्या कर शव को पहले पूजा के कमरे में छिपाया और फिर दोस्त संग जंगल में फेंका
एसीपी साहिबाबाद भास्कर वर्मा ने बताया कि आरोपी अजय भाटी ने 11 मार्च को दिन में ही बच्ची


की हत्या कर दी थी। अजय ने कपड़े बदलने के बहाने बच्ची को पहले नग्न किया और फिर उसके
साथ दुष्कर्म किया।

बाद में बच्ची के चीखने चिल्लाने पर गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद
आरोपी ने शव को घर में ही पूजा के कमरे में छिपाकर ताला बंद कर दिया। साथ ही बच्ची के शरीर


पर घर में लगे खून के निशान साफ कर दिए। इसके बाद आरोपी ने बच्ची के गायब होने का नाटक
रच दिया। एसीपी की मानें तो घटना के वक्त आरोपी की पत्नी दुकान पर थी और उसने अपने दोनों


बच्चों को भी दुकान पर भेज दिया था। देर रात को करीब ढाई बजे आरोपी अपने दोस्त नीरज के


साथ मिलकर शव को स्कूटी से कुछ दूर जंगल में ले गया और ठिकाने लगाकर दोनों वापस घर
आकर सो गए।


पुलिस चौकी में दी थी बच्ची के गायब होने की सूचना, पत्नी से भी बोला झूठ
एसीपी साहिबाबाद ने बताया कि बच्ची की हत्या करने के बाद आरोपी अजय ने अपने दोस्त नीरज


को उसके लापता होने की सूचना देकर बुलाया था। कुछ देर दोस्त के साथ मिलकर उसने बच्ची को
तलाशने का नाटक किया और फिर शाम को तुलसी निकेतन पुलिस चौकी पर जाकर बच्ची के गायब


होने की सूचना दी। इसके अलावा अजय ने अपनी पत्नी संजना से भी झूठ बोला। बाद में अजय
भाटी ने दोस्त नीरज को बताया कि उसके हाथों से बच्ची की हत्या हो चुकी है। नीरज को घर ले


जाकर उसने बच्ची का शव दिखाया और उसे ठिकाने लगाने की योजना बनाई। पुलिस की मानें तो
आरोपी का दोस्त नीरज भी बच्ची पर बुरी नजर रखता था। जांच में पता चला है कि नीरज ने भी


एक बार बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था। जिसको लेकर अजय की उससे कहासुनी हुई थी।


पुलिस का कहना है कि आरोपी नीरज पर महिलाओं संग छेड़छाड़ के दो मामले टीलामोड़ थाने में
पहले से दर्ज हैं।