यमुना के किनारे बसे गांवों में घुसा पानी

नोएडा, 13 जुलाई ( गौतमबुद्धनगर के कई गांवों में यमुना नदी में आई बाढ़ का पानी भर जाने के बाद गौतमबुद्धनगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा अपनी पूरी टीम के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए मैदान में उतर चुके हैं।

यमुना के किनारे बसे गांवों में घुसा पानी

नोएडा, 13 जुलाई  गौतमबुद्धनगर के कई गांवों में यमुना नदी में आई बाढ़ का पानी भर
जाने के बाद गौतमबुद्धनगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा अपनी पूरी टीम के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों


का जायजा लेने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। जिलाधिकारी ने एडीएम ई, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ


एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ यमुना नदी के समीप स्थित ग्रामों में पहुंचकर स्थिति का
जायजा लिया।


जिलाधिकारी अपने भ्रमण के दौरान दोस्तपुर मंगरौली गांव पहुंचे जहां पर यमुना नदी ओवर होने के
कारण पानी भरा हुआ है। डीएम ने स्थिति का जायजा लेते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं पुलिस


विभाग के अधिकारियों को स्थिति पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए। बाढ़ प्रभावित ग्रामों से पानी में


फंसे लोगों एवं मवेशियों को एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम के द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान
पर पहुंचाया जा रहा है। डीएम ने दोस्तपुर मंगरौली, नगला नगली, शाकपुर, नंगली वजूदपुर में पहुंचकर


स्थिति का जायजा लिया साथ ही उन्होंने रेस्क्यू किए गए लोगों के लिए जो शेल्टर होम बनाए गए हैं
उनका निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।


उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों की सभी मूलभूत सुविधाएं एवं खानपान की व्यवस्था
सुदृढ़ रखी जाए, ताकि उनको किसी भी तरह की परेशानी ना हो। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने


यमुना नदी के किनारे ग्रामीणों को सचेत करते हुए उनका आह्वान किया है कि अभी आगामी कुछ घंटों
तक यमुना नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ेगा।

इसलिए सभी सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं।
एसडीएम ने किया बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण


हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में तकरीबन 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गौतमबुद्धनगर के कई
गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहीं कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इसी के मददेनजर


प्रशासन काफी सक्रिय हो गया है। आज एसडीएम सदर अंकित सिंह ने एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित
नगला-नगली, वाजिदपुर समेत कई गांवों का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश


जारी किए। उनके साथ तहसीलदार व लेखपाल तथा अन्य कर्मचारियों की टीम भी मौजूद थी।
मालूम हो कि यमुना नदी से सटे गांव सफीपुर, मकनपुर, लतीफपुर, मोमनाथल, याकूतपुर, बदौली बांगर


समेत 10 गांव में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। कई गांवों में पानी भी घुस गया है तथा खेतों पानी भर


गया है। वहीं गांव में बाढ़ का खतरा लगाता बना हुआ है। लोग बाढ़ से बचने के लिए मवेशी समेत गांव
से पलायन कर रहे हैं।