सहारनपुर : अभिभावकों को दी जाये हर घर तिरंगा अभियान की जानकारी

सहारनपुर, 03 जुलाई । उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के जिलाधिकारी डा अखिलेश सिंह ने जश्न ए आजादी के दौरान ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के सफल संचालन एवं प्रभावी क्रियान्वयन हेतु स्कूलाें में हर माह होने वाली अभिभावक शिक्षक बैठक के माध्यम से अभिभावकों को इस अभियान से अवगत कराने का निर्देश दिया है।

सहारनपुर : अभिभावकों को दी जाये हर घर तिरंगा अभियान की जानकारी

सहारनपुर, 03 जुलाई (। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के जिलाधिकारी डा अखिलेश सिंह ने जश्न ए आजादी
के दौरान ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के सफल संचालन एवं प्रभावी क्रियान्वयन हेतु स्कूलाें में हर माह होने वाली


अभिभावक शिक्षक बैठक के माध्यम से अभिभावकों को इस अभियान से अवगत कराने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी डा सिंह ने जनपद स्तर पर 04 समितियों का गठन कर इन समितियों में ध्वज आकार, दर एवं


सामग्री व्यवस्था समिति, ध्वज निर्माण समिति, ध्वज वितरण एवं ध्वजारोहण समिति तथा प्रचार-प्रसार समिति को
शामिल किया है। उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम प्रत्येक सरकारी अधिकारी/कर्मचारी, शिक्षकगण,


सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न नागरिक संगठनों आदि के सहयोग से क्रियान्वित किया
जायेगा।

उन्होने कहा कि वाणिज्यिक एवं व्यावसायिक समूहों एवं संगठनों को उनकी सहभागिता एवं तिरंगा झण्डा


बनवाने के लिए कार्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत संसाधनों को उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रेरित किया
जाये।


उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर संबंधित विभाग द्वारा जागरूकता सत्र का आयोजन करते हुए ग्राम प्रधानों
को शत-प्रतिशत घरों, दुकानों, कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों तथा नलकूपों इत्यादि पर झण्डा फहराने हेतु प्रेरित


किया जाएं। जनपद के समस्त नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में झण्डा के वतरण एवं बिक्री हेतु केन्द्रों को चिन्हित कर
जनपद की समस्त सरकारी राशन की दुकानों को झण्डा वितरण एवं बिक्री केन्द्र के रूप में प्रयोग किया जाये।


झण्डों के निर्माण हेतु स्वयं सहायता समूहों को सम्मिलित कर झण्डा निर्माण समूहों का गठन किया जाये।
डा सिंह ने निर्देश दिया कि परिवहन निगम की समस्त बसों, निजी बसों, ट्रकों एवं अन्य सार्वजनिक परिवहन


साधनों तथा सरकारी वाहनों में हर घर तिरंगा कार्यक्रम का संदेश स्टीकर अथवा अन्य माध्यम से लगाया जाये।

सभी प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में पैरेन्ट-टीचर मीटिंग के माध्यम से कार्यक्रम के संबंध में भी सभी को
जानकारी दी जाये।