केंद्र के प्रयास से पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री

नई दिल्ली, 10 दिसंबर ( केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव ने शनिवार को कहा कि इस साल पंजाब में पराली जलाए जाने की घटनाएं कम हो सकती हैं

केंद्र के प्रयास से पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री

नई दिल्ली, 10 दिसंबर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव ने शनिवार को कहा कि
इस साल पंजाब में पराली जलाए जाने की घटनाएं कम हो सकती हैं क्योंकि केंद्र सरकार ने कृषि


प्रधान राज्य में कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर)पहल के तहत बायो-डिकंपोजर का
छिड़काव करवाया है।


‘आज तक’ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री ने खेतों में पराली जलाए जाने की घटनाओं
में कमी लाने को लेकर दोहरा रुख अपनाने के लिए दिल्ली और पंजाब की ‘आप’ सरकार की


आलोचना की। मंत्री ने कहा कि वे बायो-डिकंपोजर (धान के पुआल को अपघटित करने वाला


माइक्रोबियल समाधान) का इस्तेमाल राजधानी में करते हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल सीमावर्ती राज्य
में नहीं करते।


केंद्रीय मंत्री यादव ने सोमवार को ऐलान किया कि पराली जलाए जाने की घटनाओं में पंजाब में 30


प्रतिशत और हरियाणा में 48 प्रतिशत की कमी इस मौसम (15 सितंबर से 30 नवंबर) के दौरान
आई है।


वर्ष 2020 से दिल्ली सरकार राजधानी में पूसा बायो-डिकंपोजर का इस्तेमाल पराली जलाने की


घटनाओं को रोकने के लिए कर रही है। खेतों में आग लगाए जाने के कारण दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी
क्षेत्र (एनसीआर) में अक्टूबर-नवंबर के दौरान वायु प्रदूषण बढ़ जाता है।


यादव ने दावा किया कि आप सरकार दिल्ली में बायो-डिकंपोजर के प्रचार पर करोड़ों रुपये खर्च करने
का दावा करती है, लेकिन यह इसका इस्तेमल पंजाब में नहीं करती।


उन्होंने कहा कि पिछले साल दिल्ली में बायो-डिकंपोजर पर 20 लाख रुपये खर्च किये गये, लेकिन
इसके प्रचार पर 324 करोड़ रुपये खर्च किये गये। उन्होंने कहा कि यह विरोधाभासी रवैया नहीं काम
करेगा।

मंत्री ने कहा कि पराली जलाये जाने की घटना में जो भी कमी आई है उसका कारण यह है कि
सरकार ने सीएसआर के तहत काम कराया है।